जिले में धान खरीदी व्यवस्था दिनों दिन 'चरमराती जा रही है। अब बढ़कर 15 उपार्जन केन्द्रों में खरीदी बंद रही। वहीं खरीदी बंद वाले अनेक केन्द्रों से आज भी धान उठाव नहीं किया गया। राइस मिलर्स एसोसिएशन अध्यक्ष द्वारा सोमवार से आंदोलन स्थगित हो जाने के दावे के बावजूद जिले में कस्टम मिलिंग के लिए पंजीकृत 111 राइस मिलर्स में से मात्र 30 मिलर्स ने धान उठाव किया। जानकारी के अनुसार जिले के नंदनीखुंदनी, कन्हारपुरी, बिरेझर, दनिया, बोरी, रसमड़ा, कुम्हली, कोड़िया, डोड़की, नवागांव, पथरिया, पाहरा, फेंकारी, फुन्डा एवं छोटे पुरदा उपार्जन केन्द्रों में आज धान खरीदी बंद रही। वहीं बिरेझर, छोटेपुरदा, फुन्डा आदि उपार्जन केन्द्रों में पहले से खरीदी बंद हो जाने के बाद भी इन केन्द्रों से धान उठाव नहीं किया गया। ऐसे में धान खरीदी व्यवस्था का क्या हाल है इसका सहज अंदाज लगाया जा सकता है।
केन्द्रों में साढ़े चौबीस लाख क्विंटल
जाम : उपार्जन केन्द्रों में धान का अंबार बढ़ता ही जा रहा है जिले में अब तक 54746 किसानों से 25 लाख 37 हजार 250 क्विंटल थान की खरीदी हो चुकी है।इनमें 4 लाख 370 क्विंटल धान का उठाव के लिए डीओ एवं टीओ कट चुका है। इसके विरुद्ध अब तक मात्र 86342 क्विंटल धान का उठाव हुआ है। जिले के उपार्जन केन्द्रों में 24 लाख 50 हजार 908 क्विंटल धान जाम है। 95 उपार्जन केन्द्रों में बफर लिमिट से अधिक धान है।खरीदी प्रभारी चिंतित: इधर जाम धान का उठाव नहीं होने से सुखत के रूप में नुकसान को लेकर समिति खरीदी प्रभारी चिंतित है क्योंकि पूर्व के वर्षा में नुकसान का भारपाई प्रभारी को करना पड़ा था, ऐसे में प्रदेश भर के समिति कर्मचारी फिर लामबंद होने लगे हैं।